महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। नागपुर में हुई हिंसा को लेकर बलवाईयों के खिलाफ उन्होंने सख्त लहजे में कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन दंगाईयों को छोड़ा नहीं जाएगा। जिन्होंने शहर में हिंसा फैलाई है।

सीएम फडनविस ने शनिवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक ली। उन्होंने कहा कि नागपुर हिंसा को लेकर झूठा प्रचार किया गया कि कुरान की आयत जलाई गई, जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर हिंसा की फैली।

उन्होंने कहा कि "हिंसा में शामिल लोगों को जब तक हम सबक नहीं सिखा देते, तब तक हम लोग शांत नहीं बैठेंगे। खासकर पुलिसकर्मियों पर जिन लोगों ने हमला किया है, उन्हें हम नहीं छोड़ेंगे। दंगाइयों से हिंसा में हुई नुकसान की भरपाई की जाएगी। उनकी प्रोप्रटी भी जब्त की जाएगी।" सीएम फडणवीस ने बुलडोजर एक्शन को लेकर कहा कि जहां चलाने की आवश्यकता होगी, वहां बुलडोजर चलाया जाएगा। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सीसीटीवी फूटेज की दंगईयों की पहचान कर 104 लोगों को चिन्हित किया गया है। जबकि 92 को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि 1992 के बाद से नागपुर में कभी इस प्रकार के दंगे नहीं हुए हैं, जिसने इतनी बड़ी हिंसा को जन्म दिया है। तब के बाद में ये इतनी बड़ी घटना पहली बार की गई है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि जब तक आखिरी दंगाई पकड़ा नहीं जाएगा, तब तक ये कार्रवाई जारी रहेगी।

आपको बता दें कि बीते दिनों छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। इसी बीच सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई, कि प्रदर्शन के दौरान कुरान की आयत लिखी एक चादर को जला दिया था। जिसके बाद 17 मार्च को इस अफवाह से नागपुर में हिंसा शुरू हो गयी। कई इलाकों में बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आयीं। जिसमें 32 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए, इनमें 3 डीसीपी रैंक के अधिकारी भी शामिल थे। जिसके बाद इन इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया।

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