न्यूज डेस्क- उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले की रहने वाली युवा IFS अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी सचिव बनाया गया है। इससे पहले, वह प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में काम कर रही थीं। उन्हें इस पद पर नवंबर 2022 में नियुक्त किया गया था। इससे पहले, वह विदेश मंत्रालय में निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के विभाग में अपर सचिव थीं।

साल 2013 में निधि ने सिविल सेवा परीक्षा में 96वीं रैंक हासिल की थी। वह 2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी बनी। इस दौरान उन्होंने बेस्ट ऑफिसर ट्रेनी के रूप में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने अपने करियर में, विदेश मंत्रालय के कई महत्वपूर्ण विभागों में सेवाएं दीं। उनकी काबिलियत और मेहनत को देखते हुए, उन्हें प्रधानमंत्री के निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। यूपीएससी परीक्षा पास करने से पहले, वह वाराणसी में ही असिस्टेंट कमिश्नर (कॉमर्शियल टैक्स) के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने इस नौकरी के साथ ही यूपीएससी की तैयारी की थी।

कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DOPT) की ओर से निधि की नियुक्ति प्रक्रिया संचालित की गई है। 29 मार्च 2025 को एक लेटर जारी किया गया, जिसमें कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू की गई है। निधि तिवारी अब पे मैट्रिक्स के लेवल 12 पर प्राइवेट सेक्रेटरी के रूप में कार्य करेंगी। यह नियुक्ति सह-अवधि (co-terminus) के आधार पर की गई है, यानी यह तब तक प्रभावी रहेगी, जब तक कि वह इस पद पर बनी रहेंगी या अगले आदेश तक।

निधि तिवारी पीएम मोदी की तमाम जिम्मेदारियों को संभालेंगी, जिसमें प्रधानमंत्री के दैनिक कार्यों का प्रबंधन, नीतिगत और प्रशासनिक समन्वय, विदेश और सुरक्षा मामलों पर ध्यान, संचार और गोपनीयता, प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं को लागू करना। 

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