हेल्थ डेस्क: शहद सिर्फ एक प्राकृतिक मिठास ही नहीं, बल्कि सेहत का खजाना भी है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और औषधीय गुण इसे एक बेहतरीन घरेलू उपचार बनाते हैं। शहद न केवल हृदय रोग और डायबिटीज के जोखिम को कम करता है, बल्कि यह पाचन स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। शहद के ये 7 प्रमुख स्वास्थ्य लाभ आपके और आपके परिवार के जरूर काम आने वाले है ।


एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं, जिससे कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स का असर कम होता है। इससे उम्र संबंधी बीमारियों का खतरा घटता है।

ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहायक: शहद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह शुगर की तुलना में धीरे-धीरे ब्लड शुगर बढ़ाता है। यह इंसुलिन की सेंस्टिविटी को भी बेहतर करता है, जो टाइप-2 डायबिटीज के लिए फायदेमंद हो सकता है।

हृदय स्वास्थ्य में सुधार: शहद खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाता है और खून में मौजूद फैट को नियंत्रित करता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व एथेरोस्क्लेरोसिस (आर्टरी में चर्बी जमना) से बचाते हैं, जिससे दिल के दौरे का खतरा कम होता है।

घाव भरने में मददगार:शहद में पाए जाने वाले एंजाइम और विटामिन घावों, जलन और खरोंच को जल्दी भरने में मदद करते हैं। इसका एंटीमाइक्रोबियल गुण संक्रमण से भी बचाता है।

एंटीबायोटिक प्रतिरोध से सुरक्षा: शहद का प्रयोग इन्फेक्शन के इलाज में प्राकृतिक विकल्प के रूप में हो सकता है, शहद में जीवाणुरोधी गुण होते है जो बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते है .

खांसी को शांत करता है: शहद बच्चों और बड़ों में खांसी को कम करने में सफल पाया गया है। यह गले की खराश में राहत देता है और नींद आने में परेशानी को कम करता है।

पाचनतंत्र के लिए फायदेमंद: शहद में प्रीबायोटिक गुण होते हैं जो लाभकारी बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। इससे पेट की समस्याएं जैसे आईबीएस में राहत मिल सकती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

कैसे करें सेवन

शहद को सीधे खा सकते हैं या चाय, स्मूदी, ओट्स, सब्जियों और मिठाइयों में मिला सकते हैं। यह स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी ख्याल रखता है। हालांकि, 1 साल से कम उम्र के बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए। शहद को अपने दैनिक आहार में शामिल करें और इसका लाभ प्राकृतिक तरीके से उठाएं।

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