हेल्थ डेस्क: दिल्ली-उत्तर प्रदेश में बढ़ते तापमान ने सबको बेहाल कर दिया है, जिसके चलते सरकार ने भी रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही सभी को हीट स्ट्रोक और लू से बचने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं। अप्रैल के महीने में गर्मी अपनी चरम सीमा पर पहुँच रही है और गर्म हवाएँ लोगों की जान की दुश्मन बन चुकी हैं। गर्म हवाओं से डिहाइड्रेशन, चक्कर आना और पेट दर्द जैसी समस्याएँ होती हैं और खासकर हीट स्ट्रोक का खतरा बना रहता है।

हीट स्ट्रोक एक ऐसी अवस्था है जब शरीर का तापमान गर्मी की वजह से नियंत्रित नहीं रह पाता। तब पसीना आना बंद हो जाता है और शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है, जिससे बेहोशी जैसी हालत हो जाती है। अगर ऐसी हालत में सही समय पर इलाज न हो तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है। हीट स्ट्रोक आने से पहले या लू लगने के कई लक्षण होते हैं जैसे तेज़ बुखार, तेज़ पसीना आना, बेहोशी, साँसों का तेज़ होना, अत्यधिक थकान, सिरदर्द, उल्टी या लूज़ मोशन होना आदि।

बच्चों को ज़्यादा ध्यान देने की है ज़रूरत

चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर मूलचंद्र ने बताया कि बढ़ती गर्मी में विशेष रूप से बच्चों पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत है। इस मौसम में बच्चों में डायरिया, सर्दी, खांसी और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं का खतरा बना रहता है, खासकर वे बच्चे जो गर्मी में समर कैंप जॉइन करते हैं। ऐसे में बच्चों का ख़ास रखें।

कैसे करें बचाव?

हाइड्रेट रहें, खूब पानी पिएं।

• दोपहर में बाहर जाने से बचें और छाँव में रहें।

• हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें, जो पसीना निकलने दें जैसे कॉटन।

• धूप में ज़्यादा शारीरिक मेहनत करने से बचें।

• धूप में निकलने से पहले टोपी या छाता लें।

• अत्यधिक ठंडे जैसे कोल्ड ड्रिंक या सॉफ्ट ड्रिंक पीने से बचें।

• नींबू पानी, तरबूज़, खीरा, ककड़ी जैसे खाद्य पदार्थ खाएँ।


काम आएगी ये ड्रिंक

रांची के आयुर्वेदिक डॉक्टर वी.के. पांडेय ने एक इंटरव्यू में बताया कि गर्मी के दिनों में चाय पीने से बचें, बल्कि उसकी जगह आप सत्तू का शरबत पिएं जिसमें एक नींबू निचोड़ लें। यह गर्मी के दिनों में रामबाण का काम करेगा, साथ ही प्रोटीन का पावर हाउस भी है। इस शरबत से आप दिनभर एनर्जेटिक महसूस करेंगे और हीट स्ट्रोक से भी बच सकते हैं।

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