मेरठ  की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी प्रदेश की पहली ऐसी स्टेट यूनिवर्सिटी बन गई हैए जो अब आईपीआर चेयर यूनिवर्सिटी कह लाई जाएगी, इसके बाद अब केंद्र सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के द्वारा करोड़ों रूपये की ग्रांट भी विश्वविद्यालय को मिलेगी, चौधरी चरण सिंह विश्विद्यालय जो कि पेटेंट पब्लिश में प्रदेश में चौथे नंबर पर है, नैक प्लस प्लस रेंकिंग प्राप्त है,अब यहां इस आईपीआर चेयर से बड़ा बदलाव होगा, ख़ासकर यूथ और विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कॉलेजों के लिए स्टूडेंट्स को टैक्नीकली शिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालय प्रोत्साहित करेगा ।


बता दे  वीसी संगीता शुक्ला का कहना है कि विशेष रूप से केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी के प्रयासों से केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के द्वारा अब यहां यह शुरुआत होगी, आईपीआर चेयर ऐसा कार्यक्रम है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय की बौद्धिक संपदा शिक्षा, अनुसंधान और सार्वजनिक आउटरीच योजना के तहत शुरू की गई थी, वीसी ने बताया कि आईपीआर चेयर्स का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थानों में आईपीआर के अध्ययन, अनुसंधान और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आईपीआर चेयर्स की स्थापना विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों में की है, आईपीआर के क्षेत्र में अनुसंधान गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा,आईपीआर से संबंधित पाठ्यक्रमों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन होगा।




Tags:

Community Feedback