मेरठ - सरधना क्षेत्र के नानू गांव का युवक बारात लेकर दुल्हन को कार से लेने पहुंचा था, लेकिन लौटा हैलीकॉप्टर में सवार होकर। ऐसा उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। लेकिन दुल्हन के मुँह बोले मामा ने भात देने के साथ- साथ अपनी भानजी को हैली कॉप्टर में बैठाकर विदा किया और उन्हें शादी का सबसे बड़ा तोहफा दे डाला। यह मुँह बोला भाई मुज़फ्फर नगर के गुनियाजुड्डी का रहने वाला राहुल ठाकुर है। जिसने भाईचारे की मिसाल को एक मजबूत गाँठ लगाने का काम किया है।आपको बता दें कि सरधना क्षेत्र के नानू गांव के रहने वाले मोहम्मद शादाब त्यागी की शादी मुज़फ्फर नगर के महमूद नगर की आसमा से तय हुई थी।शादाब दस अप्रैल गुरुवार को बारात लेकर मुज़फ्फर नगर पहुंचाए जहाँ उनकी जमकर ख़ातिर दारी की गयी। लेकिन उसे नहीं पता था कि जिस दुल्हन को वह कार से लेने पहुंचा हैए वहीं दुल्हन उसे अपने साथ हैलीकॉप्टर में लेकर आएगी। ये अनदेखा सपना संभव हो पाया दुल्हन के मुँह बोले मामा राहुल ठाकुर के कारण।
दरअसल आसमा की मां परवीन का मायका न्यामू गांव में है। और उसकी ननिहाल का पड़ोसी गांव गुनियाजुड्डी के रहने वाले राहुल ठाकुर के परिवार से गहरा नाता है। सुख.दुख में दोनों परिवार साथ खड़े दिखते हैं। ये रिश्ता खून का भले न हो, लेकिन तीन पीढ़ियों से दोनों परिवार खून के रिश्तों से भी ज्यादा एक.दूसरे का साथ दे रहे हैं। आसमा के पिता भूरा और मां परवीन ने उसका निकाह सरधना क्षेत्र के गांव नानू के शादाब त्यागी से तय किया था। मुंह बोले मामा राहुल ठाकुर को जब उसके निकाह की बात पता चली तो वह कई दिन पहले से तैयारी में जुट गए। आसमां की शादी को यादगार बनाने के लिए हेलीकॉप्टर से विदाई करने की तैयारी की गई।
बता दे इसके लिए हेलीकॉप्टर की लैंडिंग और उड़ान को लेकर प्रशासन से अनुमति ली गई और लोकनिर्माण विभागए फायरबिग्रेड से जरूरी प्रक्रिया पूरी कर रसीद प्राप्त की गई। सारी तैयारियां करके जब दुल्हन को हैलीकॉप्टर से विदा किया तो बाराती भी हैरान रह गए। हैलीकॉप्टर से विदाई होते देख दूल्हा उसके परिजन और बाराती ख़ुशी से झूम उठे। गुरुवार की शाम नानू गांव के सामने एक खाली परिसर में हैलीकॉप्टर लैंड हुआ जहाँ पहले से ही गांव के लोग दुल्हन का स्वागत करने के लिए तैयार खड़े थे। यहां से आगे कार में दुल्हन को उसकी ससुराल ले जाया गया। यह नज़ारा देखने के लिए गांव वालों की भारी भीड़ मौजूद रही। आसमा के लिए उसके मुंह बोले मामा की सौगात को ग्रामीण गंगा जमुनी तहजीब बता रहे हैं। वहीं दूल्हा शादाब भी इस तोहफे को लेकर बेहद खुश है।
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