पहले गेंदबाज़ों की सधी हुई गेंदबाज़ी और उसके बाद क्विंटन डी कॉक के नाबाद 97 रनों की बदौलत कोलकाता ने इस साल अपना पहला मुकाबला जीत लिया। टॉस जीतकर गेंदबाज़ी करने उतरी कोलकाता के गेंदबाज़ों ने उन्हें अच्छी शुरुआत दिलाई और रनों पर लगाम लगाए रखी। जैसी ही संजू सैमसन को वैभव अरोड़ा ने चलता किया, विकटों का पतन शुरु हो गया। कोई बल्लेबाज़ बड़ी पारी नहीं खेल सका और 11वें ओवर में 82 रन पर आधी टीम आउट हो चुकी थी। कप्तान रियान पराग, ध्रुव जुरेल और यशस्वी जायसवाल ही 20 रन का आंकड़ा पार कर सके। बात करें गेंदबाज़ी की तो मोइन अली, वरुण चक्रवर्ती, हर्षित राणा और वैभव अरोड़ा सबने 2-2 विकेट चटकाए। स्पेंसर जॉनसन को एक विकेट मिला। राजस्थान ने 9 विकेट खोकर 151 रन बनाए।


चेज़ करने उतरी कोलकाता की शुरुआत ज़्यादा तेज़ नहीं रही लेकिन उन्होंने विकेट कम खोए 70 रन तक सिर्फ मोइन अली (5) और कप्तान रहाणे (18) ही आउट हुए थे। क्विंटन डी कॉक ने एक छोर संभाले रखा और लगातार अंतराल पर बाउंड्री लगाते रहे जिससे कोलकाता पर दबाव नहीं आया। डी कॉक ने अपना इस पारी में 8 चौके और 6 छक्के लगाए। उन्होंने रघुवंशी (22) के साथ चौथे विकेट की नाबाद 73 रन की साझेदारी कर टीम को मैच महज़ 17.3 ओवर में जिता दिया। डी कॉक की इस पारी के लिए उन्हें मेन ऑफ द मैच चुना गया।


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