9 महीनों से अंतरिक्ष में फंसे नासा के 2 एस्ट्रोनॉट वापस आ गए हैं। भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून 2024 में नासा की ओर से 8 दिन के मिशन पर स्पेस में गए थे। मिशन पूरा होने के बाद वापस लौटते समय उनका बोइंग स्टारलाइनर तकनीकी समस्या के चलते खराब हो गया, जिससे दोनों वहीं पर फंस गए। हालांकि, नासा ने कहा है कि तकनीकी रूप से दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन पर पर फंसे नहीं हैं, क्योंकि वो वहां सक्रिय हैं और काम कर रहे हैं। अब उम्मीद है कि आख़िरकार 18 मार्च को वो स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान से वापस धरती पर लौट सकेंगे। अब उन्हें वापस लाने के लिए तैयारियां जारी हैं। नासा के मुताबिक, स्पेसशीप ड्रैगन क्राफ्ट यान के जरिए उन्हें मंगलवार शाम तक वापस धरती पर लाया सकता है। यह यान फ्लोरिडा के तट पर उतरेगा।

एक तरफ जहां सुनीता की धरती पर वापसी को लेकर चर्चा हो रही है तो वहीं अब अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के लिए उन्हें मिलने वाली राशि भी चर्चा का विषय बन गई है। अंतरिक्ष यात्री गए तो 8 दिन के लिए थे, लेकिन उनकी ड्यूटी 9 महीने लंबी हो गई। ऐसे में सवाल है कि क्या उन्हें ओवरटाइम मिलेगा? इसका जवाब एक पूर्व अंतरिक्ष यात्री ने दिया है। नासा की एक पूर्व अंतरिक्ष यात्री कैडी कोलमैन के मुताबिक, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने अंतरिक्ष में 285 से अधिक दिन बिताए हैं। इस हिसाब से उन्हें वेतन के अलावा अतिरिक्त राशि के तौर पर केवल 1,100 डॉलर यानी लगभग 1 लाख रुपये मिलेंगे। 

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