गाजियाबाद- यूपी के गाजियाबाद में मादक पदार्थ तस्करी करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने तस्करी करने वाले दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में स्मैक बरामद की है।

गाजियाबाद पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि लोनी क्षेत्र में नशे की बड़ी खेप लाई जा रही है। इसके आधार पर क्राइम ब्रांच और लोनी थाना पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। छापेमारी के दौरान दोनों तस्करों को धर दबोचा गया और उनके कब्जे से 320 ग्राम स्मैक बरामद की गई। इसकी अनुमानित कीमत 32 लाख रूपए आंकी गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों अभियुक्तों विनोद कुमार डांगी व उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है और सुनील मुंडा व अमित वर्मा की तलाश में जुट गई है। ये अपराधी दूसरे राज्यों से स्मैक खरीदकर अन्य जिलों में बेचा करते थे।

गिरफ्तार अभियुक्त विनोद कुमार डांगी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह झारखंड के चतरा जिले का निवासी है। उसने 10वीं तक पढ़ाई की है। खेती-बाड़ी में मुनाफा न होने के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। इसी दौरान पैसों के लालच में वह चतरा जिले के ही सुनील मुंडा के संपर्क में आया। सुनील मुंडा दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान में नशे का कारोबार करता था।

विनोद डांगी ने खुलासा किया कि वह और सुनील मुंडा गाजियाबाद के अमित वर्मा के साथ मिलकर नशे की तस्करी करते थे। एक बार स्मैक की सप्लाई करने पर उन्हें 15,000 से 20,000 रुपये तक की कमाई होती थी। यह गैंग संगठित तरीके से झारखंड से स्मैक लाकर दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में इसकी सप्लाई करता था।

एडीसीपी क्राइम पीयूष ने बताया कि यह नशा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता है। नशे के इस अवैध कारोबार को पूरी तरह खत्म करने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। अन्य संलिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

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