मेरठ एसटीएफ और बड़ौत पुलिस की बागपत में अंतर्राज्यीय हथियार तस्करों से मुठभेड़, दो घायल अपराधियों समेत चार शातिर हथियार तस्करों को किया गिरफ्तार
मेरठ एसटीएफ यूनिट ने बड़ौत पुलिस के साथ बागपत के बड़ौत थाना क्षेत्र के बावली जंगल में नहर के पास...
मेरठ -नेशनल परमिट लेकर हाइवे और एक्सप्रेस-वे पर बड़े वाहन दौड़वाने वाले ट्रांसपोर्टर्स को शायद मानकों के बारे में कुछ जानकारी नहीं है, तभी तो नियमों को ताकपर रखकर अपने वाहनों को बिना किसी चिंता के एक्सप्रेस-वे पर भेज देते हैं,लेकिन भूल जाते हैं कि शहरों के अंदर चालान करने वाली ट्रैफिक पुलिस उनका एक्सप्रेस-वे पर भी इंतज़ार करती है।
बुधवार को दिल्ली से मुज़फ्फरनगर कचरा लेकर जा रही 7 गाड़ियों यानि बड़े वाहनों को मेरठ ट्रैफिक पुलिस ने परतापुर के काशी टोल प्लाज़ा पर रोक लिया और सभी का 10-10 हज़ार रूपये का चालान कर दिया, आरोप ये था कि मानकों के अनुसार कूड़ा ले जाते समय गाड़ी पर लदा कूड़ा पूरी तरीके से ढका होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं था, कूड़ा एक्सप्रेस-वे पर गिरता हुआ जा रहा था, जिससे अन्य वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही थी, जब इस गलती पर कूड़ा ले जाते बड़े वाहनों को रोका गया, तो पता चला उन बड़े वाहनों को नेशनल परमिट की परमिशन मिली हुई है, लेकिन ताज्जुब की बात तो ये थी कि नेशनल परमिट होने के बाद बावजूद भी उसके मानकों का पालन नहीं हो रहा था, मानकों के अनुसार नेशनल परमिट वाहनों पर दो चालक और एक हेल्पर होना अनिवार्य होता है, लेकिन सभी वाहनों पर सिर्फ एक-एक ही चालक था, जिसपर ट्रैफिक इंस्पेक्टर विनय कुमार शाही ने सभी सातों वाहनों का 10-10 हज़ार का चालान कर दिया और ट्रांसपोर्टर को भी इस मामले में तलब कर लिया...दरअसल दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता ने दिल्ली का बदनुमा दाग कूड़े के पहाड़ को मिटाने का ज़िम्मा लिया है,और आगामी दिनों में इसी क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक कार्यक्रम भी होना बताया जा रहा है, जिसके चलते कूड़े के पहाड़ से कूड़े को भरकर मुज़फ्फरनगर के नये कूड़ा निस्तारण प्लांट में भिजवाया जा रहा है।
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