मेरठ -बैंक लोन निर्गत कराने में पाई अनियमित्ताओं की जांच कर रहे विजिलेंस ऑफिसर पर बैंक के ब्रांच मैनेजर ने ही जानलेवा हमला करा दिया, जिसमें पुलिस ने हमला करने वाले दो आरोपियों समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया...गुरूवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।


एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि इंडियन ओवरसीज़ बैंक सहारनपुर के मंगल पांडे नगर ब्रांच और घंटाघर ब्रांच द्वारा जो बैंक लोन निर्गत कराया गया था, उसमें अनियमित्ताएं पाए जाने पर इंडियन ऑवरसीज़ बैंक द्वारा विजिलेंस ऑफिसर जितेन्द्र कुमार और अरविंद चौधरी अनियमित्ताओं की जांच के लिए नियुक्त किया गया था, जिसमें जितेन्द्र कुमार ने अनियमित्ताओं की जांच कर रिपोर्ट बैंक के ऑफिस को सौंप दी...इस बीच कई बार ब्रांच मैनेजर मनोज ने रिपोर्ट से छेड़छाड़ करने की कोशिश की, लेकिन जब वो अपनी हर कोशिश में विफल हो गया, तब ब्रांच मैनेजर मनोज ने सहारनपुर के लोनकर्ता बाबर को लोन में सेटलमेंट करने के एवज में विजिलेंस ऑफिसर जितेन्द्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाते हुए बाबर को दो लोगों द्वारा जानलेवा हमला कराने के लिए मना लिया।

 जिसके बाद पहले 24 मार्च को बाबर द्वारा हायर किये गये दो बदमाशों निखिल शर्मा और कार्तिक शर्मा उर्फ गोलू ने जितेन्द्र की चलती गाड़ी पर बिजली बंबा बाईपास पर हमला किया, जिसमें जितेन्द्र बाल-बाल बच गये, जिसके बाद दोबारा एक मार्च को जितेन्द्र की गाड़ी पर सहारनपुर में हमला किया, जिसमें गोली कार के शीशे में लगी और जितेन्द्र फिर बच गये,पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद परतापुर थाना पुलिस और मेरठ स्वाट टीम ने मिलकर हमला करने वाले दोनों आरोपियों निखिल और कार्तिक को गिरफ्तार कर लिया।


जबकि घटना का षड्यंत्र करने वाले आरोपी बाबर को भी गिरफ्तार कर लिया...जिनके कब्ज़े से एक 315 बोर का तमंचा, 315 बोर का एक ज़िंदा कारतूस और घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है, हालांकि पुलिस आरोपी बैंक ब्रांच मैनेजर मनोज की गिरफ्तारी के लिए दबिश डाल रही है।


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