मेरठ - गांवड़ी गांव में खुले में कूड़ा डालने और वातावरण को प्रदूषित करने के मामले में यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा लगाया गया 24 लाख से ज्यादा का जुर्माना न जमा करने पर नगर निगम के दो खाते सीज़ कर दिए गए हैं। उप जिला मजिस्ट्रेट की इस कार्रवाई से नगर निगम के अफसरों को पसीना आ गया। इस मामले में प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. हरपाल सिंह की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है, क्योंकि 24 लाख 28 हजार 125 रूपये का जुर्माना जमा करने के बजाय वो फाइल को दबाकर बैठ गए, ऐसा किसके कहने पर किया गया ये जांच का विषय है।

 दरअसल, पर्यावरण प्रेमी नवीन प्रधान ने 2017 में गांवडी गांव में मेरठ नगर निगम की लापरवाही और खुले में पड़े कूड़े से हो रहे पर्यावरण प्रदूषण को लेकर एनजीटी का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2019 में नगर निगम मेरठ पर 24 लाख 28 हजार 125 रूपये का जुर्माना लगाया था, लेकिन इतने साल बीतने के बाद भी जुर्माना जमा नहीं कराया और आखिरकार मेरठ नगर निगम के केनरा बैंक के दो खाते सीज कर दिए गए हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि लोहियानगर के कूड़ें से निजात न दिलाने पर भी नगर निगम पर 2024 में पांच करोड़ रूपये का जुर्माना भी लग चुका है।

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