स्पोर्ट्स डेस्क- गाजियाबाद के एनडीआरएफ परिसर में उत्तर प्रदेश की राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की सभी इकाइयों के बीच एक विशेष प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह तीन दिवसीय आयोजन 21 अप्रैल से 23 अप्रैल तक चलेगा। 24 अप्रैल को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विजेता टीम को पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य आपदा प्रबंधन में एसडीआरएफ की दक्षता और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाना है। प्रतियोगिता में विभिन्न प्रकार के सिम्युलेटेड आपदा परिदृश्य शामिल हैं, जैसे भूकंप, बाढ़, तूफान, और इमारत ढहने जैसी घटनाएं। इन परिदृश्यों में टीमें अपनी खोज, बचाव, और प्राथमिक चिकित्सा कौशल का प्रदर्शन करेंगी।


एनडीआरएफ कमांडेंट पी.के. तिवारी ने बताया कि इस प्रतियोगिता को कम्युनिटी सर्च एंड सेफ्टी रेस्क्यू (सीएसएसआर) का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का मुख्य मकसद सर्च, रेस्क्यू, और खतरनाक तूफान या अन्य आपदाओं में समयबद्ध तरीके से बचाव कार्य को सुनिश्चित करना है। पनी खोज, बचाव, और प्राथमिक चिकित्सा कौशल का प्रदर्शन करेंगी।


एनडीआरएफ के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (डीआईजी) हरिओम गांधी ने प्रतियोगिता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) हर जगह तुरंत नहीं पहुंच सकता, लेकिन एसडीआरएफ प्रत्येक राज्य में मौजूद है।

 उन्होंने कहा, "एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबंधन की रीढ़ हैं। "डीआईजी गांधी ने यह भी कहा कि ये प्रतियोगिता न केवल जवानों की तकनीकी दक्षता को परखेगी, बल्कि उनकी शारीरिक और मानसिक तैयारी को भी आंकेगी।

प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश की सभी एसडीआरएफ इकाइयां हिस्सा ले रही हैं। इसमें विभिन्न चरणों में टीमें आपदा प्रबंधन खोज और बचाव कार्यों में अपनी दक्षता का प्रदर्शन करेंगी। इनमें रस्सी से उतरना, मलबे से लोगों को निकालना, प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करना, और खतरनाक परिस्थितियों में सुरक्षित निकासी जैसे कौशल शामिल हैं। प्रतियोगिता के दौरान टीमें समय, सटीकता, और सुरक्षा मानकों के आधार पर मूल्यांकन की जाएंगी।

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