बिजनौर- साइबर क्राइम की जड़ें लगातार गहरी होती जा रहीं हैं। बिजनौर में एक भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त अफसर ने जिंदगी भर की कमाई को शेयर मार्केट में लगाया, साइबर ठगों ने एक ही झटके में उसे साफ कर दिया। ठगों ने अफसर से दो करोड़ दस लाख की ठगी कर ली। दरअसल, साइबर ठगों ने एक फर्जी शेयर मार्केट एप पर उनके द्वारा दो करोड़ सात लाख नब्बे हजार रुपये लगाने के बाद 498 करोड़ का लाभ दिखा दिया। जब पैसा निकालने की बारी आई तो ठगी होने का पता चला। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।


यह पूरा मामला जिले थाना कोतवाली देहात क्षेत्र से जुड़ा है। क्षेत्र के गांव लालपुर निवासी भूपेंद्र सिंह ने भारतीय नौसेना में अफसर थे। उन्होंने 35 सालों तक नौकरी की। रिटायर होने के बाद से गांव में वह रहने लगे, जबकि उनका बेटा भारतीय सेना के मेडिकल कॉलेज पुणे से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। आठ मार्च को भूपेंद्र सिंह को एक व्हाट्स ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप के एडमिन ने शेयर मार्केट में रुपये लगाते हुए मुनाफा कमाने की बात की। इसके बाद एक लिंक भेजकर एप को डाउनलोड कराया गया। एप के माध्यम से ट्रेडिंग शुरू कर दी। इसके बाद भूपेंद्र झांसे में आ गए। उन्होंने बिजनौर शहर के एक बैंक शाखा के खाते से 10 मार्च से 23 अप्रैल तक 51 ट्रांजक्शन में 84 लाख 90 हजार रुपये भेज दिए। इसके अलावा पीड़ित ने दूसरे बैंक खाते से एक करोड़ 23 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। ऐसे में दो करोड़ सात लाख नब्बे हजार साइबर ठगों के बताए गए अलग अलग 17 खातों में भेज दिए।

खास बात यह है कि रुपया भेजने के दौरान बचत का पैसा खत्म होने पर पीड़ित ने अपनी पेंशन पर 50 लाख रुपये का लोन भी ले लिया। ऐप पर पीड़ित के अकाउंट में 498 करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाया गया। यह भी बताया कि मुनाफे की रकम को निकालने का प्रयास किया गया तो वह पैसा नहीं मिला। इस रकम को निकालने के लिए पचास लाख की और डिमांड की गई तो उसे ठगी का अहसास हुआ।


अफसर ने बहुत सादगी भरा जीवन जीया। बताया कि अपने जीवन में वह फिजूलखर्ची करने से बचते थे। लेकिन अब लालच में आकर भारी भरकम रकम गवां दी। अब पीड़ित सदमे में है। वहीं, परिवार वालों ने पीड़ित का मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में लिया है, जिससे और रकम ना चली जाए। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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