राष्ट्रीय गुर्जर महासभा का बड़ा ऐलान: 13 अप्रैल को करेंगे दिल्ली कूच
गाजियाबाद- राष्ट्रीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी रविंदर सिंह गुर्जर ने एक सशक्त और महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसने...
बिजनौर- जूता चुराई रस्म के दौरान दूल्हे द्वारा कम रुपये देने को लेकर बरातियों व घरातियों में विवाद हो गया। साली ने दूल्हे से 15 हजार मांगे, लेकिन उसे 2100 रुपये दिए गए। इसे लेकर बात बिगड़ गई और बरातियों को हॉल में रोक लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सुलह का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बन सकी। ऐसे में बरात बिना दुल्हन लौट गई।
यह पूरा मामला जिले के नांगल थाना क्षेत्र के एक बैंक्वेट हॉल का है। रविवार को कस्बा निवासी की दो बेटियों की शादी एक ही बैंक्वेट हॉल में थी। बरात नजीबाबाद क्षेत्र से आई थी। दोनों बेटियों की बरात का शानदार स्वागत किया गया था। सब कुछ ठीक चल रहा था कि एक बेटी के दूल्हे से उसकी साली ने जूता चुराई में 15 हजार रुपये मांगे, लेकिन दूल्हे ने केवल 2100 रुपये देकर उसे टालने का प्रयास किया। जबकि, दूसरी बेटी के दूल्हे ने साली को 15 हजार रुपये दिए थे। ऐसे में लड़की पक्ष के लोगों ने इस पर आपत्ति जताते हुए अपमान बताया। इसी बीच दोनों पक्षों में तीखी बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते मामला बिगड़ गया और लड़की पक्ष ने बारातियों को हॉल में ही रोक लिया। इसी बीच पुलिस को भी सूचना दे दी गई।
रात के करीब एक बजे पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले जाया गया। थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने का प्रयास किया, बात नहीं बन सकी। नतीजा यह रहा है कि दूल्हा पक्ष बिना दुल्हन के ही वापस लौट गया। जिले में इससे पहले भी इस तरह का मामला सामने आया था। बीती 5 अप्रैल को नजीबाबाद के गढ़मलपुर में भी जूता चुराई की रस्म में 51 हजार मांगने पर विवाद खड़ हो गया था। बरातियों व घरातियों में मारपीट भी हुई। उस दौरान निकाह के बाद दूल्हे ने दुल्हन को तलाक दे दिया था, जिसके बाद बरात बैरंग लौट गई थी।
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