गाजियाबाद- राष्ट्रीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी रविंदर सिंह गुर्जर ने एक सशक्त और महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसने देशभर के गुर्जर समाज में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के समर्थन में आगामी 13 अप्रैल को पूरे देश से लाखों की संख्या में गुर्जर समाज के लोग दिल्ली की ओर कूच करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास तक अपनी आवाज पहुंचाएंगे। यह आंदोलन न केवल गुर्जर समाज की एकजुटता का प्रतीक होगा, बल्कि यह भी दर्शाएगा कि समाज अपने नेताओं के साथ हर परिस्थिति में खड़ा है।

पृष्ठभूमि और कारण

यह घोषणा उस घटनाक्रम के बाद आई है, जिसमें लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर को हाल के दिनों में कई विवादों का सामना करना पड़ा। खास तौर पर, लोनी में आयोजित एक धार्मिक आयोजन, भागवत कथा के दौरान निकाली गई कलश यात्रा को पुलिस प्रशासन द्वारा रोकने की कोशिश की गई थी। इस घटना में विधायक और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके बाद नंदकिशोर गुर्जर ने प्रशासन पर हिंदू आस्था के अपमान और अपने समर्थकों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। इस मामले ने गुर्जर समाज में आक्रोश पैदा कर दिया और इसे सनातन धर्म पर हमले के रूप में देखा जा रहा है।

चौधरी रविंदर सिंह गुर्जर ने कहा, "नंदकिशोर गुर्जर हमारे समाज के एक सम्मानित नेता हैं, जो सनातन धर्म और हिंदू आस्था की रक्षा के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। उनके साथ जो अन्याय हुआ, वह पूरे गुर्जर समाज और सनातनी भावनाओं पर प्रहार है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।"

13 अप्रैल का दिल्ली कूच

राष्ट्रीय गुर्जर महासभा ने इस मुद्दे को लेकर एक बड़े आंदोलन की योजना बनाई है। चौधरी रविंदर सिंह गुर्जर ने बताया कि 13 अप्रैल को देश के विभिन्न हिस्सों से करीब 20 लाख सनातनी और गुर्जर समाज के लोग दिल्ली पहुंचेंगे। उनका उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर अपनी पीड़ा और मांगों को उनके समक्ष रखना है। यदि प्रधानमंत्री से समय नहीं मिला, तो प्रदर्शनकारी उनके आवास के सामने शांतिपूर्ण तरीके से बैठकर अपनी बात रखने का इंतजार करेंगे।

उन्होंने कहा, "हमारा मकसद किसी तरह का उत्पात मचाना नहीं है, बल्कि अपनी एकजुटता और शक्ति दिखाना है। हम चाहते हैं कि सरकार और प्रशासन इस मामले में संज्ञान ले और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।"

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