न्यूज डेस्क- Reserve Bank of India ने देश में 5 साल बाद दूसरी बार बड़ी खुशखबरी दी है। जिसके बाद लोन धारकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक हुई। जिसमें RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने 0.25% रेपो रेट कम कर दिया है। साल 2025 में दो महीनों के ही भीतर दूसरी बार रेपो रेट कम हुआ है। दो दिन पहले ही 7 फरवरी को भारतीय रिजर्व बैंक ने 6.50% से 0.25% घटाकर 6.25% कर दिया था। वहीं अब गुरूवार (9 अप्रैल) को एक बार फिर 6.25% से 0.25% घटाकर 6% रेपो रेट कर दिया है।
वहीं RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा है कि नए कारोबारी साल 2025 26 की शुरुआत बड़ी चुनौतियों के साथ हुई है। लेकिन पिछले वित्तीय वित्तीय वर्ष की छमाही के बाद भारत की अर्थव्यवस्था लागतार ग्रोथ कर रही है।
आखिर क्या है रेपो रेट
रेपो रेट वह ब्याज दर है जब भारतीय रिजर्व बैंक किसी को उधार देता है। जैसे कि किसी बैंक को, किसी को व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए दिए गए उधार की वापसी पर लगाया गया ब्याज रेपो रेट कहलाता है।
इनको मिलेगा फायदा
रेपो रेट के घटने से सबसे ज्यादा फायदा रियल एस्टेट सेक्टर को मिलने वाला है क्योंकि घटते ब्याज दरों के कारण आम जनता लोन ले सकती है। वहीं रेपो रेट घटने से होम लोन सस्ते भी होंगे। जिसकी वजह से लोग होम लोन ले सकते हैं।
25 लाख के होम लोन पर पहले 21696 रुपए की किश्त चुकानी पड़ती थी। वहीं अब 21302 रुपए की किश्त चुकानी होगी। जिससे अब 394 रुपए की बचत होगी।
30 लाख के होम लोन पर पहले 26035 रुपए की किश्त चुकानी पड़ती थी वहीं अब 25562 रुपए की किश्त चुकानी होगी। जिससे अब 473 रुपए की बचत होगी।
50 लाख के होम लोन पर पहले 43391 रुपए की किश्त चुकानी पड़ती थी वहीं अब 42603रुपए की किश्त चुकानी होगी। जिससे अब 788 रुपए की बचत होगी।
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